पंचकूला, 08 अगस्त : एनजीओ मात-पिता गौधाम ट्रस्ट द्वारा रविवार रात को अग्रवाल भवन सेक्टर - 16 , पंचकूला में प्रोग्राम ‘सांभ लो मापे , रब्ब मिलजु आपे’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 1000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। प्रोग्राम में मुख्य अतिथि जाने माने समाज सेवी श्री जगमोहन गर्ग जी थे ।
प्रोग्राम के दौरान भजन सम्राट श्री कंचन कुमार (आस्था चैनल ) व संगीता आर्य ने अपने भजनों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्री कंचन कुमार ने पहला प्रार्थना भजन ‘दाता तेरा ना लिखेया ए मेरी सावां ते पारिवारिक भजन..’ गा कर अपनी प्रस्तुति शुरू की । इसंके बाद उन्होंने ‘माता पिता की सेवा की ही नहीमंदिर में फूल चढ़ाता है..’, . जिस घर में एक दूजे की बात जाए मानी..’ ‘माता पिता के चरणों में सारे तीरथ और स्नान..’, ‘हे मात पिता तुम्हे वन्दन मैने किस्मत से तुम्हे पाया…’ , ‘ हर बात को तुम भुलो भले मां बाप को मत भूलना…’ ‘तू मंदिर मंदिर फिरता है तेरे माता पिता ही ईश्वर हैं…’ ‘मां की महिमा सब है सुनाते मैं बतलाऊ क्या है पिता..’ ‘ कभी प्यासे को पानी पिलाया नही.. व ‘शुकर करां मेरे दाता तेरा शुकर करां..’ भजनों से प्रोग्राम में माहौल को डिवोशनल बनाते हुए समा बांध दिया।
इस अवसर के दौरान बोलते हुए मात पिता गौधाम ट्रस्ट के संस्थापक ज्ञान चंद वालिया ने कहा कि प्रोग्राम का उद्देश्य अपने माता - पिता को संभालो , प्रभु अपने आप मिल जायेंगे था । उन्होंने आगे बताया कि हम सबके लिए माता-पिता ही हमारे भगवान होते हैं , इनसे से बड़ा कोई नहीं है। जो आशीष ये दिल दे दें वह अवश्य ही पूर्ण होता है । वे वही हैं जो अपने बच्चों के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं। वे अपने बच्चों के लिए अपने आराम और खुशी को त्याग देते हैं ताकि वे अपने जीवन में सफल हो सकें ,उन्होंने कहा।
ट्रस्ट द्वारा मोहाली जिले के
बनूड़-अंबाला मार्ग पर गांव खल्लौर में मात-पिता मंदिर का निर्माण किया जा रहा है
किया जा रहा है कार्य जोर शोर से चल रहा है। साल 2025 में विश्व के इस प्रथम और एकमात्र
मात-पिता मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा ।
उन्होंने आगे बताया कि यह मन्दिर
माता-पिता को समर्पित होगा। मंदिर में कोई प्रतिमा न हो कर श्रद्धालु माता पिता
में ही भगवान होने का एहसास करेंगे।
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