चंडीगढ़ 18 दिसंबर : सारे देश की तरह महंगाई, बेरोजगारी से तबाह हो चुकी चंडीगढ़ की जनता का आखिर कौन सा गुनाह था कि चंडीगढ़ की जनता पर 1500 फीसदी प्रॉपर्टी टैक्स, 300 फीसदी पानी के बिल बढ़ाकर आम आदमी को दोहरी मार मारी गई है। चंडीगढ़ में बढ़े बेतहाशा टैक्सों का जवाब म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनावों में बीजेपी को देना होगा। यह बात कांग्रेस आलाकमान द्वारा चंडीगढ़ एमसी के चुनावों में कॉर्डिनेटर नियुक्त किए गए सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कही है। राजेंद्र राणा ने अपने चुनाव प्रचार को धार देते हुए चंडीगढ़ में बीजेपी को घेरा है। राणा वार्ड नं. 30 के सेक्टर 41, वार्ड नं. 28 के मलोया, वार्ड नं. 2 के सेक्टर नं. 7, वार्ड नं. 24 के सेक्टर नं. 42, वार्ड नं. 27 के सेक्टर नं. 22बी में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे।
राणा ने कहा कि बीजेपी के राज में आम आदमी का जनजीवन दुश्वार हो चुका है। लेकिन बीजेपी सरकार किसी न किसी बहाने आम आदमी की जेबों को खाली करने के मंसूबे बना रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी को रोटी-रोजी के लाले पड़े हैं। शिक्षित युवाओं को बेरोजगारी के तनाव में अपना भविष्य कहीं नजर नहीं आ रहा है। लेकिन इन सबके बीच हैरानी की बात यह है कि बीजेपी विश्व की सबसे रईस पार्टी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनहित से ज्यादा बीजेपी पार्टी हित की पैरवी करती हुई पूंजीपतियों की वकालत कर रही है और यही कारण है कि देश में पूंजीवाद के बोलबाले के बीच आम आदमी लगातार आहत, अपमानित व प्रताडित हो रहा है। राणा ने कहा कि यह पहली सरकार है जिसके राज में आम आदमी का भरोसा सिस्टम और सरकार से पूरी तरह उठ चुका है। सिस्टम में दलाल माफिया व लूट तंत्र सिर चढ़कर बोल रहा है। राणा ने कहा कि आखिर चंडीगढ़ की जनता ने कौन सा गुनाह किया था जो बीजेपी सरकार ने चंडीगढ़ की जनता पर बेतहाशा टैक्स लादकर उनकी जेबों पर सत्ता संरक्षित डाका डाला है। चंडीगढ़ की 15 फीसदी जनता पर राणा की गहरी पकड़ है। शायद यही कारण है कि राजेंद्र राणा को चंडीगढ़ म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनावों में कॉर्डिनेटर लगाया गया है। राणा ने कहा कि चंडीगढ़ में बसने वाली हिमाचली जनता ही नहीं बल्कि चंडीगढ़ के वासी भी इन चुनावों में बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए पूरा मन बना चुके हैं। शायद इसी को भांप कर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया है कि चंडीगढ़ एमसी के चुनावों में हिमाचली मूल की जनता की बड़ी भूमिका रहेगी। राणा ने कहा कि हिमाचली मूल की जनता की भूमिका से इन्कार नहीं किया जा सकता है लेकिन यह भूमिका चंडीगढ़ एमसी चुनावों में बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए सक्रिय भूमिका में है। उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लगे हाथों यह भी बता जाते कि चंडीगढ़ एमसी चुनावों से पहले उन्हें चंडीगढ़ में बसने वाली हिमाचली जनता की याद क्यों नहीं आई। चंडीगढ़ में बसने वाली हिमाचली जनता तो पिछले 10 सालों से चंडीगढ़ एमसी के राज में हाल-बेहाल रहती हुई लगातार भारी भरकम टैक्सों के बोझ तले बिलबिला रही है। राणा ने कहा कि हिमाचली उपचुनावों से बीजेपी को बाहर करने के मिले स्पष्ट संदेश का चंडीगढ़ की आवाम भी अनुसरण करेगी और अब इन चुनावों में बीजेपी को खदेड़ कर ही दम लेगी। क्योंकि चंडीगढ़ की जनता को भी लोकतंत्र में अमन चैन से रहने का मौलिक हक है, न कि सत्ता के दम पर तंग होने का शौक है। इसी दौरान विरेंदर गुलेरिया, सचिव कांग्रेस कमेटी चंद्रशेखर, पूर्व मेयर हरफूल सिंह कल्याण, पूर्व काउंसलर भूपिंदर सिंह, अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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