मोहाली, 28 सितंबर : फतेहगढ़ साहिब के 56 वर्षीय किसान सुरजीत सिंह (बदला
हुआ नाम) को हाल ही में मोहाली के आईवी अस्पताल में एक सफल जटिल हार्ट
सर्जरी के बाद नया जीवन मिला।
मंगलवार को आइवी अस्पताल में एक संवाददाता
सम्मेलन के दौरान इस जटिल प्रक्रिया को करने वाले कार्डियक वैस्कुलर
साइंसेज के डायरेक्टर ,डॉ हरिंदर सिंह बेदी ने कहा कि मरीज को गंभीर दिल
का दौरा पड़ा था। वह एक स्थानीय हार्ट अस्पताल गए थे, जहां उनके दिल का
दौरा पड़ने के अलावा दिल में एक बड़े छेद होने का पता चला था। स्थिति की
गंभीरता को देखते हुए स्थानीय अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीज को डॉ बेदी के
पास रेफर किया।
डॉ बेदी, जिन्होंने पहले एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट,
दिल्ली और सेंट विंसेंट अस्पताल, सिडनी में ऐसे मामलों का इलाज किया है, ने
बताया कि नाजुक हालात के कारण इस मामले में समय बहुत महत्वपूर्ण था। रोगी
की तुरंत जांच की गई और आपातकालीन सर्जरी के लिए ले जाया गया। यह पोस्ट
हार्ट अटैक के बाद इंटरवेंट्रीकुलर सेप्टम के रप्चर का मामला था , डॉ बेदी
ने बताया।
सर्जरी के दौरान यह पाया गया कि फेफड़ों के साथ-साथ हार्ट वास्तव में बहुत क्षतिग्रस्त हो गया था। हार्ट में छेद के कारण खून काफी मात्रा में हार्ट के दाहिने हिस्से में चला गया था और वहाँ से फेफड़ों में भी पहुंच गया था । इसकी वजह से रोगी को सांस लेने में समस्या हो रही थी और ऑक्सीजन का स्तर भी बहुत कम था ।
प्रत्येक धडक़न के साथ हार्ट का फ्रंट भाग बैलूनिंग आउट हो रहा था। रोगी को तुरंत हार्ट लंग मशीन पर रखा गया और एक स्पेशल सॉल्यूशन से उनका हार्ट रोका गया। हार्ट का छेद एक स्पेशल इम्पोर्टेड तकनीक से रिपेयर किया गया। डॉ बेदी ने कहा कि दिल के क्षतिग्रस्त हिस्से की भी रिपेयर की गई।
सर्जरी के बाद रोगी ने काफी अच्छी तरह से रिकवर किया और सर्जरी के बाद चौथे दिन उसे छुट्टी दे दी गई। सर्जरी करने वाली टीम के अन्य सदस्य डॉ जितेन सिंह व डॉ विक्रम अरोड़ा हैं।
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